मोदी के ग़ैरक्षक वाले बयान से नाराज़ हिंदू पढ़ें। कैसे सही था बयान और क्यूँ आपको मोदी का साथ देना चाहिए।
मोदी जी ने आज टाउन हॉल में बोलते हुए गौ माता के 70 से 80 % रक्षकों को अपराधी करार दे दिया , उनके अनुसार गौ माता के नाम पर दुकान चलाने वाले अधिकतर लोग अपराधी हैं और उन्हें ( मोदी जी को ) उन पर बहुत गुस्सा आता है , इस बयान के बाद हिन्दुओं में खासी नाराजगी देखी जा रही है
नीचे देखिये उनका आज के बयान की कुछ पंक्तियाँ …
गोरक्षा के नाम पर जो लोग अपनी दुकानें खोलकर कर बैठे हैं. हमें उनपर इतना गुस्सा आता है. गोरक्षा के नाम पर दुकानें चलाने वाले 70-80 फीसदी लोग अपराधी हैं राज्य सरकारें ऐसे लोगों की कुंडली निकालें.”
बयान से बहुत से मोदी समर्थकों की भावनाएं भी आहत हुई हैं , हमने आज सोशल मीडिया पर बयान के बाद लोगों के विचार जानने का प्रयास किया तो हमे लगा 50 % से अधिक मोदी समर्थकों को भी ये बयान बहुत चुभा है और उन्होंने इस बयान की तीखी आलोचना की है , पहली बार लोगों में मोदी जी के खिलाफ गुस्सा भी देखा गया , कुछ का मानना है कि मोदी जी को गौ रक्षा के नाम पर होने वाली पिटाई और कानून को अपने हाथ में लेने वालों की निंदा करनी चाहिए थी पर मोदी जी ने 80 % लोगों को ही अपराधी कह दिया
खैर हमे लगता है मोदी जी का गौ रक्षकों पे दिया गया आज का बयान थोडा अतिश्योक्ति से भरा था पर इसमे एक बात अच्छी ये थी कि उन्होंने कहा गौ रक्षकों और गौ भक्तों में फर्क होता है यानि मोदी जी की दिक्कत सड़कों पे मारपीट कर गौ रक्षा करने वालों से है नीचे पढ़िए नीचे देखिये उनका आज के बयान की कुछ और पंक्तियाँ .
जो लोग गोरक्षा से जुड़े हुए हैं उनके बारे में बात करते हुए मोदी जी ने कहा, “जो पूरी रात एंटी सोशल एलीमेंट काम करते हैं, दिन में गोरक्षक का चोला पहन लेते हैं. अपने को गोरक्षक मान लेते हैं.”
यानि मोदी जी को दिक्कत उन लोगों से है जो कानून अपने हाथ में लेते हैं और ये ध्यान नही रखते कि उनके अति जोशीले कार्य से हिन्दुओं की ही बदनामी होती है और हिन्दुओं में ही फूट पड़ जाती है जिसका फायदा वोट बैंक की लार टपकाने वाली सेक्युलर पार्टियाँ उठा लेती हैं अगर वोट की बात छोड़ भी दें तो भी कानून को अपने हाथ में नही लिया जाना चाहिए
अब बात करते हैं आज के इस बयान का तथाकथित सेक्युलर लॉबी और अवार्ड वापसी गैंग पर क्या असर पड़ेगा , पहली बात तो ये कि मोदी जी ने गौ रक्षकों और गौ भक्तों में फर्क कर दिया और गौ माता की सेवा करने वालों को निंदा से पूरी तरह बाहर रखा इसलिए किसी भी गौ सेवक को उनके बयान से कोई दिक्कत नही होगी , रही दूसरी बात वो ये है कि मोदी जी ने अपने कड़े रुख से अवार्ड वापसी गैंग और हल्ला मचाने वाली पार्टियों को भोचक्का कर उनके हाथ से बीजेपी के खिलाफ इस्तेमाल किया जाने वाला एक बहुत बड़ा मुद्दा छीन लिया |
अब बीजेपी के खिलाफ गाय माता को लेकर हमला करने से पहले नकली सेक्युलर ब्रिगेड को 1000 बार सोचना पड़ेगा , राजनितिक विशेषज्ञों की माने तो इस बयान से जहाँ मोदी की कट्टर हिन्दुत्व की छवि को नुक्सान पहुंचेगा वहीँ मोदी विरोधियों की राजनीती पे ये बयान बहुत बड़ा प्रहार साबित होगा , इस बयान का एक और गहरा मतलब ये निकाला जाना चाहिए कि जो ताकतें दलित हिन्दुओं को बीजेपी या दुसरे हिन्दुओं के खिलाफ भड़काकर मुस्लिम दलित मौर्चे की दुहाई दे रही थी उनके घटिया मंसूबों पर भी मोदी जी का बयान एक तीखा प्रहार साबित होगा
बीजेपी थिंक टैंक की ये सोच है कि नाराज़ हिन्दुओं को तो मना ही लिया जाएगा क्यूंकि उनकी नाराजगी बयान से हो सकती है मोदी जी से नही पर विपक्षियों के हाथों से मुद्दा छीन लेना बीजेपी की बड़ी विजय साबित होगी और अगर इस बयान के बाद कुछ भी करके बीजेपी दलित-मुस्लिम गठजोड़ को थोडा रोक पाती है तो ये बड़ी कामयाबी होगी , हिन्दुओं की एकता हिन्दुओं की नाराजगी से ज्यादा बड़ी है और मोदी जी जैसा नेता ही हिन्दू एकता के लिए एक बार अपने प्रशसकों को नाराज़ करने का खतरा ले सकता है वैसे भी आरएसएस की शाखा में तो उन्होंने केवल एक ही बात सीखी है कि देश हित सर्वोपरि होता है |