आने वाले दिनों में हम इतने ताकतवर होंगे की -‘जिधर भारत चाहेगा, उधर झुक जाएगा एशिया’
केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एम.जे. अकबर ने भारत को एशिया में एक निर्णायक शक्ति बताते हुए कहा कि भारत इस महाद्वीप को जिस तरफ झुकायेगा, यह उसी तरफ झुकेगा। उन्होंने कहा कि एशिया महादेश में भारत की भूमिका को दुनिया नजरअंदाज नहीं कर सकती है। ‘एशिया में भारत का बढ़ता प्रभुत्व एवं चुनौतियां’ विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान अकबर ने कहा, ‘मैं हमारे मुल्क को एशिया में एक निर्णायक शक्ति मानता हूं। हम एक ऐसी निर्णायक शक्ति हैं कि जिस तरफ हम इस महाद्वीप को झुकायेंगे, यह उसी तरफ झुकेगा। हमारी जो भूमिका है उसे न तो यह महाद्वीप और न ही दुनिया नजरअंदाज कर सकती है।’
कार्यक्रम में टंगे दुनिया के नक्शे को दिखाते हुए उन्होंने कहा कि अगर इसके बीच में एक लाइन खींची जाए तो यह देखा जा सकता है की जो देश पूर्व की तरफ हैं वे आर्थिक तरक्की चाहते हैं। दूसरी तरफ जो मुल्क पश्चिम की तरफ हैं वे आतंकवाद की गर्म लू से तप रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में भारत की भूमिका बड़ी अहम है क्योंकि भारत आतंकवाद को फैलने न देकर अपनी सीमाओं पर ही रोक देता है तो इससे दुनिया और भारत का बड़ा भला होगा। अकबर ने कहा कि जंग किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकती है और यह भी एक तथ्य है कि जिस भी मुल्क ने युद्ध शुरू किया, उसने कभी उसे जीता नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘लुक ईस्ट’ नीति की प्रशंसा करते हुए विदेश राज्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमारी नीति को यह निर्णायक मोड़ दिया क्योंकि पूर्व के सभी देश आज तरक्की कर रहे हैं। इसलिये हमें भी इस तरक्की में उनके साथ शामिल होना होगा।
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