पंजाब: केजरीवाल को सुनने नहीं आया कोई। ख़ाली कुर्सियाँ बयान कर रही थी पंजाब में आप के हालात।
इंडस्ट्री मेनिफेस्टो लॉन्च करने के लिए 'आप' ने भव्य आयोजन किया, लेकिन उद्यमी केजरीवाल को सुनने के लिए नहीं आए। कुर्सियां खाली पड़ी रही। नामी उद्योगपति तो इस समारोह से पूरी तरह दूर ही रहे।
वही उद्यमी समारोह में पहुंचे जो आम आदमी पार्टी के वालंटियर हैं। समारोह स्थल पर तीन हजार से ज्यादा कुर्सियां लगाने का अनुमान था, लेकिन उद्यमी नहीं आए तो समारोह में लगाई कुर्सियां वालंटियर्स की वजह से ही भर पाई।
इसके बाद कुछ कुर्सियों को पार्टी वर्करों ने वहां से हटवा दिया था। पार्टी की पंजाब मेनीफेस्टो कमेटी की तरफ से इंडस्ट्री का चुनावी घोषणा पत्र तैयार करने के लिए पूरे पंजाब में 70 से 75 मीटिंगें की गई।
इसे तैयार करने के लिए छह महीने का समय भी लगा, लेकिन बड़े इंडस्ट्रलिस्ट इस समारोह से दूर रहे। समारोह में उद्यमियों के न पहुंचने पर पार्टी पदाधिकारियों ने वालंटियर्स को अंदर आने की इजाजत दी तभी कुर्सियां भर पाई।
वहीं केजरीवाल से जब इस समारोह में उद्यमियों के न आने के बारे में पूछा गया तो पहले तो उन्होंने कहा कि इस समारोह में काफी उद्यमी आए हुए थे। मगर नामी उद्यमी कोई नहीं आया। बाद में उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से उन्हें इस समारोह में न दाखिल होने के लिए धमकियां दी गई थी।
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