कोर्ट ने माना, जेटली पर Arvind Kejriwal के आरोप अपमानजनक और भड़काऊ, होगी कार्यवायी
डीडीसीए मामले में जेटली पर आरोप लगाकर ArvindKejriwal और आम आदमी पार्टी फंसती दिख रही है।
दिल्ली के सियासी क्षितिज पर अपनी चमक बिखेरने से पहले Arvind Kejriwal एक आंदोलनकारी की भूमिका में दिखाई देते थे. वो आंदोलनकारी जो देश से भ्रष्टाचार हटाने के लिए जंग लड़ रहा है. दिल्ली की गद्दी मिलने के बाद अरविंद केजरीवाल का वो रूप देखने को नहीं मिला। हालांकि अरविंद केजरीवाल ने अपनी शैली के मुताबिक सियासी लोगों पर आरोप लगाने सिलसिला नहीं छोड़ा।
केंद्र की सत्ता में जब कांग्रेस थी तो केजरीवाल के निशाने पर सोनिया गांधी और राहुल गांधी रहते थे, निजाम बदला और बीजेपी ने केंद्र में सरकार बनाई, उसके बाद से अरविंद केजरीवाल का टारगेट बीजेपी बन गई। बीजेपी के बड़े नेताओं पर हमला करने की रणनीति के तहत अरविंद केजरीवाल ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर आरोप लगाए। डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार को लेकर Arvind Kejriwal और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने अरुण जेटली और उनके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने केजरीवाल और आप नेताओं के आरोप पर मानहानि का केस ठोंक दिया।
आपको बता दें की इस केस में केजरीवाल और उनकी टीम पहले ही ज़मानत पर रहा हैं।
जेटली का मानहानि केस में Arvind Kejriwal और आम आदमी पार्टी के 5 नेताओं के खिलाफ हैं। इस मामले में कोर्ट में सुनवाई चल रही है. फिलहाल सुनवाई को टाल दिया गया है। और सभी आरोपियों को ज़मानत पर छोड़ा गया है।
सुनवाई के दौरान जो बात सबसे ज्यादा प्रमुख थी वो ये है कि अदालत ने अरुण जेटली पर लगाए गए आरोपों पर गौर किया। गौर करने के बाद कोर्ट ने पाया कि जेटली पर लगाए गए आरोप अपमानजनक और मानहानि की श्रेणी में आते हैं। अदालत ने कहा कि जेटली पर लगाए गए आरोप ने केवल अपमनजनक और निरादर वाले हैं बल्कि ये भड़काऊ भी हैं। जिसके लिए अरविन्द केजरीवाल और उनकी टीम को कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
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