26/11 के बाद स्पेशल ऑपरेशन यूनिट MARCOS करना चाहती थी surgical strike,कांग्रेस ने नहीं दी इज़ाज़त
मुम्बई का 26/11 का हमला कौन भूल सकता है की पाकिस्तान के कराची से 10 आतंकी स्पीड बोट में बैठकर मुम्बई पहुचे थे और सैंकड़ो भारतीयों की जान गयी थी जिसमे सुरक्षाबल भी शामिल थे
भारत पर इस तरह का हमला पहली बार किया गया था
जब इस्लामिक पाकिस्तान से सीधे हमला करने आये थे और ये आतंकी हमला नहीं एक वॉर था युद्ध था
NSG और MARCOS तथा अन्य सुरक्षाबलों ने आतंकियों को घेर लिया और 9 आतंकी मारे गए तथा 1 पाकिस्तानी आतंकी पकड़ा गया, इसके बाद क्या क्या हुआ ये सभी लोग जानते है, पर बहुत से लोग ये नहीं जानते की
कसाब के पकडे जाने और कबूलनामे के फौरान बाद तत्कालीन नेवी प्रमुख ने रक्षामंत्री एके अंटोनी के सामने प्रस्ताव रखा था, प्रस्ताव था नेवी के स्पेशल आपरेशन यूनिट MARCOS द्वारा कराची पर सर्जिकल स्ट्राइक क्योंकि नेवी को पुख्ता जानकारी थी की आतंकी कराची में कहाँ से आये थे और कहाँ रुके थे तथा उनके आकाओं के कराची में कहाँ अड्डे है
पर भारत की सरकार केवल इस बात से खुश थी की एक जिन्दा आतंकी पकड़ा गया है
अब अमरीका और संयुक्त राष्ट्र के सामने भारत पाकिस्तान की पोल खोलेगा, सबूत देगा और पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाया जायेगा
भारत की तत्कालीन सरकार चाहती ही नहीं थी की 26/11 के बाद पाकिस्तान से कोई सैन्य बदला लिया जाये
तत्कालीन नेवी प्रमुख को रक्षामंत्री ने ये जवाब दिया था की "देश हम चला रहे है तुम्हे नहीं चलाना, 1 आतंकी पकड़ा गया है हमारे पास सबूत है अब हम कूटनीतिक तरीके से काम लेंगे, कोई आपरेशन नहीं करना है"
रक्षामंत्री एके अंटोनी ने तत्कालीन नेवी प्रमुख को मायूस भेज दिया और आजतक 26/11 का कोई बदला नहीं लिया गया, भारतीय सेना पाकिस्तान से बदला लेना चाहती थी लेकिन तत्कालीन सरकार ने
उसके हाथ ही काट दिए थे
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