पहली बार POK पर सख़्त कोई पीएम:बोले कश्मीर दूर की बात अब बलूचिस्तान पर होगी बात।पाकिस्तान अब ख़ुदको बचाए
नई दिल्ली : कश्मीर पर शुक्रवार को हुई सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया। पीएम मोदी ने कहा कि अब पाकिस्तान को पीओके और बलोचिस्तान में अत्याचार पर जवाब देना होगा। उन्होंने कहा कि भारत कानूनों का पालन करता है, इसलिए पाकिस्तान को इसे कमजोरी नहीं समझनी चाहिए। पीएम ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) जम्मू एवं कश्मीर का अभिन्न अंग है।
पहली बार बलोचिस्तान के मुद्दे पर पीएम ने कहा कि पीओके और बलोचिस्तान में अत्याचार पर अब पाकिस्तान को जवाब देना होगा। पीएम ने कहा कि पाकिस्तान अपने देश के नागरिकों पर भी बम बरसाता है।
पीएम ने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर में माहौल खराब कर रहा है। उन्होंने कहा, 'कश्मीर में सामी पार आतंकवाद से भारी नुकसान हो रहा है। जम्मू-कश्मीर की घटना से मुझे गहरा दुख पहुंचा है। इस हिंसा से सबसे ज्यादा गरीब प्रभावित हुए हैं। कश्मीर हिंसा का हल शांति से निकलना चाहिए।' पीएम ने कहा कि हर कश्मीरी लोकतंत्र में भरोसा रखता है। पीएम मोदी ने कहा, 'हम खुले विचारे वाले हैं और हमारे दरवाजे खुले हैं।'
पीएम मोदी ने कहा, 'राष्ट्रीय सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं हो सकता लेकिन हमें जम्मू एवं कश्मीर के लोगों के दिलों को जीतना होगा।' पीएम ने कहा कि पीओके से बाहर दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले लोगों और उनकी दयनीय हालत की जानकारी सामने लाने की जरूरत है ताकि दुनिया पाकिस्तान की करतूत और असलियत जान सके। पीएम ने इस दिशा में विदेश मंत्रालय को सक्रिय होने के संकेत दिए।
गौरतलब है कि कश्मीर की स्थिति पर पीएम की अध्यक्षता में चार घंटे तक सर्वदलीय बैठक चली। महीने भर से अधिक समय से जारी कश्मीर हिंसा में 50 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं जबकि 5000 से ज्यादा जख्मी हुए हैं। गत 8 जुलाई को आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद घाटी में हिंसा का दौरा शुरू हुआ जो अभी थमा नहीं है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक विपक्ष ने कहा कि वह घाटी में शांति बहाली के सरकार के प्रयासों का समर्थन किया। साथ ही उसने मांग की कि विश्वास बहाली के उपाय तुरंत शुरू करने चाहिए। इसके तहत प्रदर्शनकारियों पर पैलेट गन का इस्तेमाल बंद हो। विपक्ष ने अगवावादियों सहित सभी पक्षों से वार्ता शुरू करने और अफस्पा हटाए जाने की सलाह दी।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सभी उपाय करने का यह अभी सही समय नहीं हो सकता।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, 'केंद्र को यह दर्शाना चाहिए कि वह एक चिंता करने वाली सरकार है।'
सरकार ने कहा कि वह विपक्ष की ओर से कश्मीर में सर्वदलीय शिष्टमंडल भेजे जाने सहित सुझाए गए सभी सुझावों पर विचार करेगी
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